डर के आगे जीत है
Motivational Story in hindi – गाँव के लोग उसे ‘अंधेरा’ बुलाते थे। उसका असली नाम तो था रामकिशोर, लेकिन उस नाम से उसे कोई नहीं पुकारता था। बचपन से ही उसकी आँखें कमज़ोर हो गई थीं
और धीरे-धीरे पूरी तरह से अंधकार ने उसे घेर लिया था। लेकिन अंधेरे ने उसे तोड़ नहीं पाया था, बल्कि उसके अंदर एक अलग ही तरह की दृढ़ता पैदा कर दी थी।
गाँव के लोग उसे दया की नज़रों से देखते थे, लेकिन वह उनकी दया से कतराता था। वह चाहता था कि लोग उसे एक सामान्य इंसान की तरह देखें,
एक इंसान जिसके पास देखने की क्षमता नहीं है, लेकिन जीने की चाहत बहुत ज़्यादा है।
Motivational Story in hindi : Hindi Story Life
एक दिन, गाँव के स्कूल में एक कार्यक्रम हो रहा था। सभी बच्चे रंग-बिरंगे कपड़ों में सजे-धजे थे। गाँव के सरपंच ने मंच से कहा, “अब हमारे स्कूल के सबसे होनहार छात्र, रामकिशोर को बुलाया जाता है।”
सभी की नज़रें रामकिशोर की तरफ गईं। वह डर गया था, लेकिन फिर भी हिम्मत जुटाकर मंच पर गया। सरपंच ने उसके हाथ में एक माइक थमाया।
रामकिशोर ने गहरी साँस ली और बोला, “सभी दोस्तों, शिक्षकों और गाँव वालों को मेरा नमस्कार। मैं रामकिशोर हूँ, जिसे आप अंधेरा भी कहते हैं।”
सन्नाटा छा गया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि रामकिशोर कुछ बोलेगा। लेकिन रामकिशोर ने आगे बढ़ते हुए कहा, “मैं जानता हूँ, मैं आप लोगों से अलग हूँ।
Inspiring kahani in hindi – Motivational Story in hindi
मैं दुनिया को आपके जैसा नहीं देख सकता, लेकिन मैं उससे जुड़ा हुआ हूँ। मैं महसूस करता हूँ, सुनता हूँ, और समझता हूँ।”
उसकी बात सुनकर सभी लोग भावुक हो गए। रामकिशोर ने आगे बढ़ाते हुए कहा, “मैंने इस स्कूल में पढ़ाई नहीं की है, लेकिन मैंने ज़िंदगी से बहुत कुछ सीखा है।
मैंने सीखा है कि अंधेरा सिर्फ आँखों का नहीं होता, दिल का भी होता है। और उजाला भी सिर्फ आँखों का नहीं, दिल का ही होता है।”
उसकी बात ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। रामकिशोर ने आगे बढ़ाते हुए कहा, “मैंने सुना है कि हमारे गाँव में बहुत सारे बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं।
Moral motivational Story Motivational Story in hindi
उनके माता-पिता उन्हें काम पर लगा देते हैं। मैं चाहता हूँ कि ऐसे बच्चों को पढ़ने का मौका मिले।”
रामकिशोर की बात ने जैसे बिजली की तरह सबको झकझोर दिया। उस दिन के बाद से, गाँव में एक नई जागृति हुई।
लोगों ने मिलकर एक फंड जुटाया और एक नया स्कूल बनवाया गया। रामकिशोर को उस स्कूल का पहला प्रधानाचार्य बनाया गया।
रामकिशोर ने अपनी ज़िंदगी को एक मिसाल बना दिया। उसने दिखाया कि अंधेरा कितना भी घना हो, इंसान के अंदर की रोशनी उसे चीर सकती है।
Motivational Story in hindi 2025
उसने दिखाया कि अगर इच्छाशक्ति हो तो कोई भी मुश्किल काम आसान हो सकता है।
वह अब ‘अंधेरा’ नहीं रहा था, बल्कि ‘उजाला’ बन गया था। एक ऐसा उजाला जो अंधेरे में भी रास्ता दिखाता था।
Watching this video – Motivational Story in hindi
Also Read – Motivational story in hindi
• एक टूटे पंखो वाली पक्षी | Click here |
• एक तितली की कहानी | Click here |
• पैसा सब कुछ नहीं होता | Click here |
• अभ्यास का महत्त्व | Click here |
• जिंदगी बदल देने वाली कहानी | Click here |
• अपने मां-बाप को दुःख मत देना | Click here |
• एक मैराथन धावक की कहान | Click here |
आपको ये कहानी कैसी लगी हमे कमेन्ट मे जरूर बाताए ! ऐसे ही ओर प्रेरणादायक कहानी ( Motivational Story ) पढ़ने के लिए Hindi Story Life के साथ जुड़े रहे ! धन्यवाद !
✒️ Created by :- Hindi Story Life |
🛖 Home पर जाने के लिए :- Click here |
1 thought on “डर के आगे जीत है – Motivational Story in hindi 2025 | Most Inspiring”